tag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post8987696684935979528..comments2022-11-10T16:54:13.888+05:30Comments on हम होंगे कामयाब: काश कि मै...ग्यारह साल का कविhttp://www.blogger.com/profile/01016471278259100558noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-39226817518037450862007-08-08T15:02:00.000+05:302007-08-08T15:02:00.000+05:30शायद इसी को कहते है की" पूत के पाँव पालने में ही द...शायद इसी को कहते है की" पूत के पाँव पालने में ही दिख जाते है"। बहुत खूब।Sharma ,Amithttps://www.blogger.com/profile/07546730458964129973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-67315973264891549212007-07-03T23:00:00.000+05:302007-07-03T23:00:00.000+05:30छोटी सी आयु में,इतने अच्छे भाव.परोपकार की भावना को...छोटी सी आयु में,इतने अच्छे भाव.परोपकार की भावना को अभिव्यक्ती देती अति-सुन्दर रचना.आप तो नये नहीं,मंजे हुए कवि हो.विनोद पाराशरhttps://www.blogger.com/profile/16819797286803397393noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-83407627545277267272007-07-03T12:10:00.000+05:302007-07-03T12:10:00.000+05:30जियो गुरु !! काश कि मैं फिर से तुम बन जाता ...जियो गुरु !! काश कि मैं फिर से तुम बन जाता ...Rising Rahulhttps://www.blogger.com/profile/12177287386975138385noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-35746700912152841462007-06-22T16:53:00.000+05:302007-06-22T16:53:00.000+05:30बहुत ही सुन्दर लिखा बेटा, सचमुच बचपन में ऐसी हजारो...बहुत ही सुन्दर लिखा बेटा, सचमुच बचपन में ऐसी हजारों इच्छाएं होती हैं। इसी तरह लिखते रहें।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-47341253424870079932007-06-14T00:50:00.000+05:302007-06-14T00:50:00.000+05:30हम हैं हरपल साथ तुम्हारेकभी न हिम्मत हारनाजीवन में...हम हैं हरपल साथ तुम्हारे<BR/>कभी न हिम्मत हारना<BR/>जीवन में जो मिले उसी के<BR/>टूटे स्वप्न संवारना<BR/>कहता है इतिहास सुनो<BR/>तुम नई फ़सल के फूलों से<BR/>मुझे बचाना, मेरे सपने,<BR/>तम के गहरे शूलों सेराकेश खंडेलवालhttps://www.blogger.com/profile/08112419047015083219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-52847477411790105142007-06-13T18:45:00.000+05:302007-06-13T18:45:00.000+05:30अक्षय:खूब पढो और खूब अच्छा लिखो ..शुभ कामनाओं के स...अक्षय:<BR/>खूब पढो और खूब अच्छा लिखो ..<BR/><BR/>शुभ कामनाओं के साथ<BR/><BR/>अनूपअनूप भार्गवhttps://www.blogger.com/profile/02237716951833306789noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-16521712465130190522007-06-12T17:42:00.000+05:302007-06-12T17:42:00.000+05:30बहुत ही सुन्दर कविता लिखी है .समग्र आकाश की सारी ...बहुत ही सुन्दर कविता लिखी है .समग्र आकाश की सारी विधाओं में पारंगत होने की कामना लगती है.<BR/>-Dr.R Giriडाॅ रामजी गिरिhttps://www.blogger.com/profile/08761553153026906318noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-5010527819325810132007-06-12T17:27:00.000+05:302007-06-12T17:27:00.000+05:30अक्षय जी,आप तो सचमुच बहुत अच्छा लिखते हैं। लगता है...अक्षय जी,<BR/>आप तो सचमुच बहुत अच्छा लिखते हैं। लगता है मम्मी का पूरा असर पड़ा है आप पर। बहुत खूब।<BR/>ऐसे ही लिखते रहो।SahityaShilpihttps://www.blogger.com/profile/12784365227441414723noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-7469536629918892922007-06-11T20:54:00.000+05:302007-06-11T20:54:00.000+05:30वाह!विश्वास नहीं होता! बहुत सुन्दर अक्षय...वाह!<BR/><BR/>विश्वास नहीं होता! बहुत सुन्दर अक्षय...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-20330900305020204942007-06-11T18:52:00.000+05:302007-06-11T18:52:00.000+05:30बहुत बढिया बेटे...लगता है. मम्मी को भी पीछे छोडने ...बहुत बढिया बेटे...लगता है. मम्मी को भी पीछे छोडने का इरादा है...<BR/><BR/>बहुत सी शुभकामनाये हिन्दी चिट्ठा जगत में नाम रोशन करने के लिये.Mohinder56https://www.blogger.com/profile/02273041828671240448noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-91643377154157452612007-06-11T17:05:00.000+05:302007-06-11T17:05:00.000+05:30वाह-वाह आपका तो सचमुच जवाब नहीं। इस उम्र में आपमें...वाह-वाह आपका तो सचमुच जवाब नहीं। इस उम्र में आपमें विलक्षण प्रतिभा है। लिखते रहें और हमें पढ्वाते भी रहें। आप निश्चित फूल बन कर महकेंगे....<BR/><BR/>*** राजीव रंजन प्रसादराजीव रंजन प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/17408893442948645899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-28946676095649181662007-06-10T15:57:00.000+05:302007-06-10T15:57:00.000+05:30अक्षय जी,आपकी इस कविता को पढ़कर हर कोई अपने बचपन म...अक्षय जी,<BR/><BR/>आपकी इस कविता को पढ़कर हर कोई अपने बचपन में झाँक सकता है। आप बहुत अधिक धन्यवाद के पात्र हैं। मुझे लगता है कि कविता लिखने का अधिकार केवल आप जैसे मासूमों को दे दिया जाना चाहिए क्योंकि हमारे जैसे बड़ी उम्र के लोग पता नहीं क्या-क्या लिखते हैं। सब बनावटी होता है।शैलेश भारतवासीhttps://www.blogger.com/profile/02370360639584336023noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-44540763233971662422007-06-09T22:05:00.000+05:302007-06-09T22:05:00.000+05:30अरे वाह अक्षय। आप तो बहुत बढिया लिखते हैं।( सच्ची ...अरे वाह अक्षय। आप तो बहुत बढिया लिखते हैं।<BR/>( सच्ची बताऊँ तो मुझसे भी बढिया, पर ये बात किसी को बताना मत)<BR/>अक्षय आई एम वैरी-वैरी सॉरी कि मेम आज आपसे मिलने नहीं आ पाया, पर जल्दी आऊँगा अपने प्यारे से छोटे भाई से मिलने। एकदम सच्ची।<BR/>यब तक बहुत सारी पोइट्री करो।<BR/>गुड नाइट।<BR/>'खबरी भैया'<BR/>9811852336देवेश वशिष्ठ ' खबरी 'https://www.blogger.com/profile/03089045465753357873noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-3112189925023853882007-06-09T18:07:00.000+05:302007-06-09T18:07:00.000+05:30वाह! दुआ करता हूं कि तुम्हारे अंदर बादल, पेड़, जल, ...वाह! दुआ करता हूं कि तुम्हारे अंदर बादल, पेड़, जल, हवा, फूल सबके अंश भरपूर मात्रा में हमेशा बनें रहें।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-48101444656065239102007-06-09T14:05:00.000+05:302007-06-09T14:05:00.000+05:30बहुत बहुत शुभ कामनाऐं माता सरस्वती आपके अन्दर हम...बहुत बहुत शुभ कामनाऐं <BR/><BR/>माता सरस्वती आपके अन्दर हमेशा वास करें। <BR/><BR/>अच्छी कविता है।Pramendra Pratap Singhhttps://www.blogger.com/profile/17276636873316507159noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8244908468766142441.post-80351982484202470292007-06-09T08:28:00.000+05:302007-06-09T08:28:00.000+05:30शाबाश बेटा, बहुत बढ़ियां लिखते हैं आप तो. आपने मुझस...शाबाश बेटा, बहुत बढ़ियां लिखते हैं आप तो. आपने मुझसे कहा कि आप भी मेरी तरह कविता लिखते हैं मगर आप तो हमसे बहुत ज्यादा अच्छी लिखते हैं. खूब लिखो, खूब नाम कमाओ और खूब पढ़ाई भी करो.<BR/><BR/>बहुत आशीष और शुभकामनायें. चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है.<BR/><BR/>आप लिखते रहें, हम पढ़ा करेंगे.. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com